मनुष्य स्वभाव से ही अपने परिवेश में बदलाव पसंद करने वाला प्राणी है। यही कारण है कि अधिकांश लोग अपने दैनिक जीवन के बोझिलपन को दूर करने के लिए पहाड़ों, तीर्थस्थलों, मनमोहक स्थलों, विदेश आदि की यात्रा करना पसंद करते हैं। इससे न केवल हमारे दैनिक जीवन का बोझिलपन दूर होता है, बल्कि यह हमें तरोताजा भी बनाता है। लंबे समय तक ऐसे स्थलों की स्मृतियां भी हमारे मानस पटल पर अंकित रहती हैं और हमारे मन मस्तिष्क को आह्लादित करती रहती हैं। लेकिन एक ऐसा तरीका भी है जिससे हम अपनी यात्राओं के खूबसूरत पलों को हमेशा के लिए सजों कर रख सकते हैं और वह तरीका है हम टू रिस्ट प्लेस से कोई ऐसा सूवनिर या निशानी अपने साथ लेकर आएं, जो हमें सदैव उस टूरिस्ट स्पॉट में बिताए खूबसूरत पलों की याद दिलाती रहे। ये सूवनिर न केवल हम अपने लिए खरीद सकते हैं, बल्कि अपने सगे-संबंधियों को भेंट भी कर सकते हैं। अक्सर देखा गया है कि अधिकतर लोग टूरिस्ट स्पॉट से घिसी-पिटी चीजों की खरीदारी करके आते हैं, जिनका महत्व ज्यादा दिनों तक नहीं रहता है और जल्दी ही वे घर के कबाड़ का हिस्सा बन जाती हैं।
इसलिए आवश्यक है कि जब अगली बार आप अपने किसी पसंदीदा टूरिस्ट प्लेस पर जाएं, तो खरीदारी करते हुए थोड़ा-सा क्रिएटिव हो जाएं और अपने साथ उस स्थान का कोई ऐसा सूवनिर या स्मृति चिन्ह लेकर आएं, जिसे हम संजोकर रखने में फख्र महसूस कर सकें।
खरीदें कुछ अनूठा
अधिकांश टूरिस्ट स्पॉट्स अपनी किसी अनूठी चीज के लिए मशहूर होते हैं। ये न केवल सस्ते होते हैं, बल्कि वे अन्य किसी स्थान पर आसानी से मिलते भी नहीं हैं। उदाहरण के लिए हम पुरी का नाम ले सकते हैं, जहां का लेस वर्क या क्लॉथ पैच वर्क पूरी दुनिया में अपनी खूबसूरती के लिए जाना जाता है। इसे वहां की ग्रामीण महिलाओं द्वारा काफी मेहनत के साथ सिलकर तैयार किया जाता है। अगर आप किसी धार्मिक महत्व की जगह पर घूमने जा रहे हैं तो वहां से भगवान की छोटी-छोटी खूबसू रत मूर्तियां अवश्य खरीदकर लाएं। जैसे आप वृंदावन जाते हैं तो वहां से भगवान कृष्ण की छोटी मूर्ति खरीद सकते हैं। ऐसा करके न केवल आप अपने और अपने सगे संबंधियों लिए एक अनूठी निशानी लेते हैं, बल्कि वहां के स्थानीय शिल्पकारों की रोजीरोटी का साधन भी बन सकते हैं।
प्राकृतिक चीजों की करें खरीदारी
जहां तक प्राकृतिक चीजों का सवाल है, तो आप सीपियों, शंखों, विभिन्न आकारों के पत्थरों आदि को टूरिस्ट स्पॉट्स से लेकर आ सकते हैं। आप इन सभी चीजों को अपने लिविंग रूम में कांच के बाउल में या बोतल में सजा कर रख भी सकते हैं, जो आपको सदैव उस प्राकृतिक स्थल के सौंदर्य की याद दिलाती रहेंगे।
इतना ही नहीं, आप किसी खूबसूरत जंगली पौधों अथवा ब्लू स्टारफिश का फोटोग्राफ लेकर उसे हमेशा के लिए संजोकर अपने एल्बम में सुरक्षित रख सकते हैं। इसी तरह से साबुन, लोशन, शावर जेल्स और सुगंधित तेलों जैसे सौंदर्य व स्नान करने वाले उत्पादों की खरीदारी भी की जा सकती है। यदि आपने केरल को अपने घूमने के लिए चुना है, तो अपने अजीज मित्र या सगे-संबंधियों के लिए स्थानीय खुशबूदार तेल या जड़ी-बूटी की खरीद कर उन्हें खुश कर सकते हैं।
टेक्सटाइल
बात अगर कपड़ों की हो, तो अपने आपको रोकना थोड़ा मुश्किल होता है,हम कहीं घूमने जाएं और वहां से कपड़ों की खरीददारी न करें, हो ही नहीं सकता। वैसे कई लोग लिनन खरीदना ज्यादा पसंद करते हैं, क्योंकि लिनन के साथ एक फायदा यह है कि ये काफी हल्के होते हैं और किसी सूटकेस में आसानी के साथ मोड़ कर रखे जा सकते हैं। टेबल क्लॉथ व तौलिया तो सभी खरीदते हैं, लेकिन हमें इसके कहीं आगे जाकर सोचने की जरूरत है। जरूरी है कि यात्रा के दौरान हम किसी ऐसी चीज की ही खरीदारी करें, जो हमेशा हमारे दिल के करीब रहे। खूबसूरत रुमाल, एक छोटा वूलेन रग, वॉल हैंगिंग या बेड कवर ऐसे ही अनूठे उपहार हैं जिनकी सभी प्रशंसा करेंगे। टेक्सटाइल के क्षेत्र में वाराणसी/ कांजीवरम की पारंपरिक बनारसी/ कांजीवरम साडिय़ों से बेहतर शायद कुछ हो ही नहीं सकता है। सदियों से लोग इन्हें पसंद करते चले आ रहे हैं और आज भी इनका पुराना आकर्षण बरकरार है। यदि आप इनकी खरीदारी करते हैं, तो जिंदगी भर के लिए बनारसी व कांजीवरम अपने जेहन में ताजा बने रहेंगे। इसी तरह कश्मीर की पश्मीना शॉल व याक के वूल से बनी टोपियों का कहना ही क्या है। इसे सभी पसंद करते हैं। यदि आप इन्हें अपने साथ लाते हैं, तो जिंदगी भर ये आपके घर की शोभा बढ़ाते रहेंगे।
टिकट/ब्रोशर/मेमोरेबिलिया
अक्सर लोग विदेश घूमने या फिर किसी कार्यवश जाते हैं। वे वहां पोस्ट ऑफिस जाकर स्टैम्प टिकट खरीद सकते हैं। विदेश में ऐसे कैलेंडर भी लिए जा सकते हैं, जिसमें वहां के किसी स्थानीय प्राकृतिक स्थल की फोटो हो या फिर किसी कलाकार की कलाकृति की फोटो हो। जिसे आप फ्रेम कराकर अपने घर की दिवारों की शोभा भी बढ़ा सकते हैं।आप ऐसी प्लेट्स भी खरीद सकते हैं जिनमें उस जगह का मैप बना हो जिसे आप अपने रूम में सजा भी सकते है, आजकल ये काफी चलन में भी है। इसके अलावा, आप स्थानीय जगहों के मैप और ऐतिहासिक इमारतों की फोटो वाले पेपरवेट, फ्रिज पर लगाने वाले मैग्नेट आदि की भी खरीददारी कर सकते हैं। पोस्ट कार्ड भी अच्छे सूवनिर साबित हो सकते हैं। ये न केवल किफायती होते हैं, बल्कि इन्हें आसानी से पैक करके अपने साथ विदेश से लाया भी जा सकता है। जब भी पोस्ट कार्ड खरीदें उसक पीछे उस जगह का नाम और दिन जरूर लिखे, जिससे आप जब भी उसे देखेंगे आपको वो पल जरूर याद आयेगा।
विंटेज फोटोग्राफ्स भी आपके लिए एक बेहतरीन सूवनिर हो सकते हैं। जिस देश में आप घूमने गए हैं वहां के महापुरुषों की फोटोग्राफ कलेक्ट की जा सकती हैं। जैसे भारत आने वाला दुनिया का लगभग हर टूरिस्ट कहीं न कहीं महात्मा गांधी से जुड़ी चीजों को, फोटोग्राफ्स को कलेक्ट करता है, वैसे आप भी ऐसी फोटोग्राफ्स कलेक्ट कर सकते हैं। ये फोटोग्राफ्स आपको वहां के लोकल एंटीक मार्केट में आसानी से मिल सकती हैं। यदि आप इस मामले में और भी क्रिएटिव होना चाहते हैं, तो किसी ऐतिहासिक स्थल की एंट्री टिकट को, ब्रोसर को भी सूवनिर के रूप में अपने पास रख सकते हैं, जो आपके घर में एक अनूठी निशानी के रूप में सदैव बरकरार रह सकते हैं।
बच्चों के लिए सूवनिर
बच्चों के लिए सूवनिर खरीदना निश्चित रूप से काफी मेहनत का कार्य है। बच्चे तड़क-भड़क वाली चीजों को ही पसंद करते हैं। टी-शर्ट व स्थानीय स्तर पर बनाई गई मू र्तियां उनके लिए आदर्श सूवनिर साबित हो सकती हैं। उदाहरण के लिए गोवा की यात्रा के दौरान आप स्थानीय रूप से बनी गोवा बीच की प्रिंट वाली टी-शर्ट खरीद सकते हैं। बच्चों के मामले में थोड़ा ज्यादा क्रिएटिव होने की जरूरत है और वे निश्चित रूप से आपकी लाई हुई चीजों को पसंद करेंगे। एक महत्वपूर्ण बात और, आप बच्चों को भी सूवनिर को सजाने में शामिल करें, इससे उनकी जानकारी भी बढ़ेगी और वे हमेशा उस स्थान और वहां की चीजों से अपना जुड़ाव महसूस करेंगे। इस तरह से अगर आप थोड़ा दिमाग का प्रयोग करते हुए क्रिएटिव तरीके से टूरिस्ट स्पॉट्स में खरीदारी करते हैं, तो न केवल आपका वहां जाना सार्थक साबित होगा, बल्कि लंबे समय तक उस रमणीक स्थल की यादें भी आपके जेहन में ताजा बनी रहेंगी। इसी के साथ विशिष्ट उपहारों को अपने परिवार वालों व सगे-संबंधियों को भेंट करके आप उनको भी खुश कर सकते हैं।
फूड और गॉरमेंट
यदि आप किसी ऐसे टूरिस्ट स्पॉट में गए हैं, जहां खाने-पीने की चीजें बहुतायत में मिलती हैं, तो वहां आप ऐसी चीजों की खरीदारी कर सकते हैं। खाने-पीने की वस्तुएं भी जबर्दस्त उपहार साबित हो सकती हैं। अपने टूरिस्ट स्पॉट में आप लोकल मार्केट में जाकर कुछ ऐसी वस्तुएं खरीदें, जिसे आपने कभी खाया न हो और वे चीजें वहां की खासियत हों। अमूमन चाय, चॉकलेट, कुकीज और कैंडी तो सभी खरीदना पसंद करते हैं, लेकिन कुछ विशेष खरीदने की कोशिश करें। जहां आप घूमने गए हैं अगर वहां के मसाले और ड्राई फ्रू ट्स मशहूर हैं, तो वो खरीदे जा सकते हैं। उदाहरण के लिए दार्जिलिंग की विशेष रूप से पैक की गई चाय व पुणे के वाइनयार्ड के प्रोडक्ट का नाम लिया जा सकता है, जिनका स्वाद विशेष होता है।
किताबें
इंटरनेट व टीवी के जमाने में आज भी एक बड़ा वर्ग है, जो किताबें खरीद कर उन्हें पढऩा पसंद करता है। इसी के साथ काफी बड़े वर्ग को किताबें इकठ्ठा करने का शौक भी होता है। इसलिए सूवनिर कलेक्शन के लिए एक बुकस्टोर सबसे बेहतर जगह साबित हो सकती है। यदि टूरिस्ट स्पॉट में घूमने के लिए आपके पास ज्यादा समय नहीं है, तो आप विदेशी भाषा की डिक्शनरी खरीद सकते हैं, स्थानीय अखबार व मैगजीन की खरीदारी भी निशानी के रूप में की जा सकती है।
बुकस्टोर्स से न केवल किताबों की ही खरीदारी की जा सकती है, बल्कि ट्रैवल गाइड, कॉफी टेबुल बुक, खाने-पीने की किताबों आदि की भी खरीदारी की जा सकती है, जो लंबे समय तक आपके पास सुरक्षित रहकर आपको उस टूरिस्ट स्पॉट की याद दिलाती रहेंगी।
खास अहसास
जब कभी आप किसी टूरिस्ट प्लेस पर जाएं, तो वहां की खासियतों से जुड़ी चीजों को अपने साथ ला सकते हैं। ऐसी वस्तुओं को आप अपने रिश्तेदारों और दोस्तों के बीच बांट कर उनकी प्रशंसा पा सकते हैं। ऐसी नायाब और खास वस्तुओं के संग्रह से आप अपने घर को भी खास बना सकते हैं।
करेंसी
विदेश की यात्रा के दौरान सफर की शुरुआत में ही आपको अपनी करेंसी को उस देश की करेंसी के साथ बदलना होता है। यदि इनमें से आप कुछ सिक्के ले लें तो बेहतर रहेगा। ये सिक्के बेहतरीन सूवनिर का काम करते हैं। हां, एक बात का ध्यान अवश्य रखें कि सिक्के इतनी ज्यादा संख्या में हों कि न केवल आप उन्हें अपने लिए रख सकें, बल्कि उन्हें आप अपने बच्चों व सगे- संबंधियों को भी भेंट दे सकें। सिक्कों के अतिरिक्त पेपर करेंसी भी आपके लिए एक अच्छा सूवनिर साबित होगा। आपके कई मित्र व सगे-संबंधी ऐसे होंगे जो क्वॉइन कलेक्शन और पेपर करेंंसी यानी नोटों के शौकीन भी होंगे, उनके लिए तो यह किसी नियामत से कम नहीं होगा।